लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय
- लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय 1910 ई. से 1916 ई. तक भारत का वाइसराय रहा।
- लॉर्ड मिण्टो द्वितीय के बाद उसे भारत का वाइसराय बनाकर भेजा गया था।
- उसके समय का सबसे महत्त्वपूर्ण कार्य ब्रिटेन के राजा 'जार्ज पंचम' का भारत आगमन (12 दिसम्बर, 1911) था।
- दिल्ली में एक भव्य दरबार का आयोजन, बंगाल विभाजन को रद्द करने की घोषणा एवं भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानान्तरित करने की घोषणा, ये कुछ प्रमुख तथ्य थे।
- 23 दिसम्बर, 1912 ई. को जिस समय लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय दिल्ली में प्रवेश कर रहे थे, उन पर एक बम फेंका गया, जिसमें वे घायल हुए।
- 4 अगस्त, 1914 ई. को हार्डिंग के काल में ही 'प्रथम विश्वयुद्ध' प्रारम्भ हुआ।
- इसके समय में 1913 ई. में फ़िरोजशाह मेहता ने 'बाम्बे क्रानिकल' एवं गणेश शंकर विद्यार्थी ने 'प्रताप' का प्रकाशन किया।
- लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय समय में ही तिलक तथा एनी बेसेन्ट ने क्रमशः अप्रैल व सितम्बर 1915 ई. में होमरूल लीग की स्थापना की।
- 1916 ई. में लॉर्ड हार्डिंग को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय का कुलाधिपति नियुक्त किया गया।
- इसका शासन काल भारत में लोकप्रिय रहा था।
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