Bharat ke pramukh governor aur governor general/भारत के प्रमुख गवर्नर और गवर्नर जनरल,वारेंहेस्टीग, लार्ड कार्नवालिस,लार्ड वैलेजली,लार्ड विलियम बैंटिक, लार्ड डलहौजी आदि। - AM VIEWS

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Monday, April 20, 2020

Bharat ke pramukh governor aur governor general/भारत के प्रमुख गवर्नर और गवर्नर जनरल,वारेंहेस्टीग, लार्ड कार्नवालिस,लार्ड वैलेजली,लार्ड विलियम बैंटिक, लार्ड डलहौजी आदि।

आधुनिक भारत का इतिहास पार्ट 3-


अभ्यर्थियों के लिए -  इस लेख को रीड करने से पहले आप पार्ट 1,2 और पार्ट 3 को जरूर रीड करें ताकि इस लेख को समझने में आसानी हो धन्यवाद!

जरूर रीड करें -

भारत के प्रमुख गवर्नर और गवर्नर जनरल-

  • रेगुलेटिंग एक्ट 1773 ईस्वी के अनुसार बंगाल के गवर्नर को गवर्नर जनरल बनाया गया। और बम्बई और मद्रास के गवर्नर को इसके अधीन कर दिया गया। 
  • गवर्नर जनरल का कार्यकाल 5 वर्षो तक होता था। 
  • भारत में वायसराय का पद 1857 की क्रांति के बाद 1858 में GOI एक्ट के तहत बना था। 

राबर्ट क्लाइव (1757 -1760 और 1765 -1767)- 




  • राबर्ट क्लाइव 1757 -1760 पुनः 1765 -1767 तक बंगाल का गवर्नर रहा था। 
  • 1760 मे इंग्लैंड चला गया था वापस आने पर 1765 ईस्वी मे पुनः बंगाल का गवर्नर बनाया गया। 
  • इसने डूवल शासन प्रणाली की शुरुआत की. 
  • इस दो उपदिवान नियुक्त किए थे मुहम्मद रजा खां बंगाल का और राजा शिताब राय बिहार के लिए नियुक्त किये थे। 
  • मुग़ल सम्राट शाह आलम द्वितीय को इलाहबाद की द्वितीय संधि (1765 ईस्वी) से कंपनी के संरक्षण में लिया जाता है.

वारेंहेस्टीग (1774 -1785)-

वारेन हेस्टिंग्स (Warren Hanstings)| बंगाल ...

  • 1773 ईस्वी के रेगुलेटिंग एक्ट के तहत गवर्नर जनरल की पोस्ट लागु हुई थी.  
  • वारेंहेस्टिंग बंगाल में कंपनी के अधीन पहला गवर्नर जनरल बना।
  • वारेंहेस्टीग 1772 ईस्वी में न्यायिक नियम (judicial plan) लेकर आया जिसमे जिला कलेक्टर को फौजदारी(criminals rights) अधिकार और दीवानी अधिकार (civil  righst )  दिए जाते है। 
  • इसने 1781 ईस्वी में कलकत्ता में मुस्लिम शिक्षा के विकाश के लिए प्रथम मदरसा स्थापित किया। 
  • 1782 ईस्वी में जोनाथन डंकन ने बनारस में संस्कृत विद्यालय की शुरुआत की थी। 
  • 1774 ईस्वी में कलकत्ता में उच्च न्यायलय की स्थापना की जिसमे ब्राह्मण नन्द कुमार पर झूठा आरोप लगाकर न्यायालय में फांसी की सजा दीलवा दी थी।  
  • चार्ल्स विलियम विलकिंस ने गीता का अंग्रेजी में अनुवाद किया था। इसे हेस्टिंग ने आश्रय प्रदान किया था। 
  •  1784 ईस्वी में सर विलियम जोन्स ने द एशियाटिक सोसायटी ऑफ बंगाल की शुरुआत की थी। 
  • 1780 ईस्वी में भारत का पहला समाचार पत्र द बंगाल गजट की शुरुआत जेम्स आगस्टस हिक्की ने की थी। 
  • इसने मुगल सम्राट को मिलने वाला 26 लाख रुपये की वार्षिक पेंसन बंद करवा दी थी। 
  • प्रथम अग्ला-मराठा, द्वितीय अग्ला-मैसूर युद्ध  इसी के समय हुई थी। 
  • पिट्स इंडिया एक्ट के विरोध में जब यह इस्तीफा देकर इनलैंड पंहुचा तो, बर्क नाम के व्यक्ति द्वारा इस पर महाभियोग लगाया गया। 1795 ईस्वी में यह इस आरोप से मुक्त हो गया।  

लार्ड कार्नवालिस (1786 -1793 और 1805)-


लार्ड कार्नवालिस - विकिपीडिया

  • लार्ड कार्नवालिस को सिविल(नागरिक) सेवा (civil services) का जनक माना जाता है, क्योकि इन्ही के समय कलेक्टरो की चयन की प्रक्रिया के नियमो की शुरुआत हुई थी। 
  • लार्ड कार्नवालिस कोड में पुलिस और सिविल सेवा सुधार किये जातें थे। इसकी स्थापना 1793 ईस्वी में हुई। 
  • कंपनी के व्यापारिओं को आपसी व्यापार पर प्रतिबन्ध लगा दिया था। 
  • जिले में एक पुलिस थाना की स्थापना कर इक दरोगा को इसका इंचार्ज बनाया गया। 
  • 1793 ईस्वी में लार्ड कार्नवालिस ने स्थाई बंदोबस्त प्रक्रिया लेकर आया इसमें जमींदारो को 10% टैक्स अपने पास रखने को और 90% टैक्स कंपनी को देने को कहा गया। स्थाई बंदोदस्त की योजना जॉन शोर ने बनाई थी। इसमें जमींदार भू -राजस्व की दर तय करने के लिए स्वंत्र थे। 

सर जॉन शोर (1793-1798)- इसने अहस्तक्षेप निति अपनाई थी। 

लार्ड वैलेजली (1798-1805)-

  • लार्ड वैलेजली ने सबसे पहले सहायक संधि की शुरुआत मैसूर के साथ 1799 ईस्वी में हुई थी।  अनौपचारिक रूप से 1764 ईस्वी में बक्सर के युद्ध से ही हो गई थी। इससे पहले सहायक संधि की शुरुआत फ्रांसीसी गवर्नर डूप्ले ने किया था। 
  • लार्ड वैलेजली ने 1800 ईस्वी में  फोर्ट विलियम कॉलेज की शुरुआत की जिसमे इंडियन सिविल सर्विसेज का प्रशिक्षण दिया जाता था। बाद में इसे बंद कर दिया गया। 
  • इसी समय टिपूसुल्तान चौथे आंग्ला -मैसूर युद्ध में मारा गया। 
  • यह स्वयं को बंगाल का शेर कहता था। 

सर जार्ज वालो (1805-07)

लार्ड मिंटो प्रथम (1807 1813)

 लार्ड हेस्टिंग (1813-1823)

  • लार्ड हेस्टिंग के समय आंग्ल -नेपाल युद्ध (1814 -1816) के मध्य हुआ था और नेपाल के राजा अमर सिंह थापर  को अंग्रेजो के सामने आत्मसमर्पण करना पड़ा। जिसमे नेपाली हार गए थे, इस युद्ध में सिंगोली की संधि हुई थी जिसमे अंग्रेजो ने नेपाल के राजा की सेना अपने पास रख ली थी। 
  • इसने मराठाओ को पूरी तरह से नस्ट कर दिया था। 
  • इसने प्रेस पर लगे प्रतिबन्ध को समाप्त कर उसको बड़ाने की कोसिस की। 
  • इसी के समय 1822 ईस्वी में कास्तकारी अधिनियम या टेनेंसी एक्ट लागू किया। 

लार्ड एम हस्र्ट (1823 -28)-

  • इसके समय में प्रथम आंग्ल -बर्मा युद्ध हुआ था। 
  • 1824 ईस्वी का बैरकपुर(भारत के पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख शहर है) का सैन्य विद्रोह इसी के समय हुआ था। 

लार्ड विलियम बैंटिक (1828 -1835)-


ज्ञान आईना: भारत के गवर्नर जनरल

  • 1833 ईस्वी में चार्टर एक्ट आया जिसमे बंगाल के गवर्नर जनरल को भारत का गवर्नर जनरल बना दिया गया। 
  • इस तरह भारत का प्रथम गवर्नर जनरल लार्ड विलियम बैंटिक हुआ। 1833 ईस्वी में। 
  • 1803 ईस्वी में यह मद्रास का गवर्नर था। 
  • माथे पर जातीय चिन्ह न लगाने और कानो में बालियां पहनने पर रोक लगाने पर वेल्लोर के सैनिको ने 1806 ईस्वी में विद्रोह कर दिया। 
  • इस समय में राजा राम मोहनराय(भारत में पुनर्जागरण का पितामह)समाज में सुधार लाने की कोसिस कर रहे थे
  •  राजा राम मोहनराय और लार्ड विलियम बैंटिक मिलकर 1829 ईस्वी में सती प्रथा को ख़त्म करवाया था। वैटिंग ने धारा 17 के द्वारा विधवाओं के सती होने पर रोक लगा दी थी। 
नोट :अकबर और मराठा पेशाओं ने भी सती प्रथा पर रोक लगाने की कोशिस की थी. 
  • बैटिंग ने कर्नल सलीमन की सहायता से 1830 ईस्वी में ठगी प्रथा पर रोक लगा दी थी। 
  • इसने शिशु बालिकाओ की हत्या पर प्रतिबन्ध लगा दिया था। 
  • 1835 ईस्वी में कलकत्ता मेडिकल कॉलेज की स्थापना करवाई गई। 
  • 1835 ईस्वी में ही लार्ड मैकाले की अनुशंसा पर अंग्रेजी को शिक्षा का माध्यम बनाया गया। मैकाले एक अंग्रेज अधिकारी था, यह चाहता था की भारतीओ को अंग्रेजी की शिक्षा दें ताकि यह हमारी गुलामी करें। यानि दिखने में भारतीय हो और दिमाग से अंग्रेज। इसके शुरुआत कलकत्ता मेडिकल कॉलेज से हुई थी
  • मैकाले द्वारा कानून का वर्गीकरण किया गया था। 

चाल्र्स मैटकाफ (1835 -36)-  इन्हे भारतीय प्रेस का मुक्तिदाता कहा जाता था। इन्होने प्रेस को थोड़ी आजादी देदी थी। 

लार्ड आकलैंड (1836 -42)-

  • इसके समय प्रथम आंग्ला -अफगान युद्ध हुआ था.
  • 1839 ईस्वी में इसने ग्रैंड ट्रक रोड की मरम्मत करवाई थी। 
  • इसे के समय भारतीय विद्यार्थीओ को विदेश जाकर शिक्षा ग्रहण करने की अनुमति ब्रिटिश संसद से मिली थी।   

लार्ड एलिनबरो (1842 -44)

  • सिन्ध को अगस्त, 1843 ई० में पूर्ण रूप से ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया गया था।
  • 1843 के एक्ट-V के द्वारा दास प्रथा का उन्मूलन इसी के समय में हुआ।

लार्ड हार्डिंग (1844 -48)- 

  • इन्होने नर बलि प्रथा का अंत किया था। 
  • इसके काल की सबसे महत्वपूर्ण घटना थी—प्रथम आंग्ल-सिक्ख युद्ध (1845-1846 ई०)।

लार्ड डलहौजी (1848-1856)


लॉर्ड डलहौजी - विकिपीडिया
  • इसे आधुनिक भारत का पितामह भी कहाजाता है। 
  • इसने कई क्षेत्रो को जीता जिसमे पंजाब यहां से कोहिनूर हीरे को जीतकर इंग्लैंड भेज दिया था, इसके आलावा वर्मा(म्यांमार) और सिक्किम को जीता था। और सन् 1852 ई० में लोअर बर्मा एवं पीगू को अंग्रेजी राज्य में मिला लिया। सिक्किम पर दो अंग्रेज डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर सन् 1850 ई० में उस पर अधिकार कर लिया।
  • DOCTRINE OF LAPSE (व्यपगत का सिद्धांत) नाम का सिद्धांत लार्ड डलहौजी ने लाया, जिसके तहत किसी राजा का पुत्र न होने पर उसका राज्य अंग्रेजो में मिला लिया जाता था। इसके तहत सतारा; जैतपुर; सम्भलपुर; बघाट; उदयपुर; झांसी; नागपुर और कुशासन के आधार पर अवध (राजा वाजिदअलीशाह) आदि को जीता।सन् 1856 ई० में अवध को कुशासन का आरोप लगाकर अंग्रेजी राज्य में मिला लिया गया।उस समय अवध का नवाब वाजिद अली शाह था।
  • लार्ड डलहौजी ने इनाम कमीशन लेकर आया जिसमे टैक्स ना देने वाले जमीदारों से जमीन को छीन लेना। 
  • 1856 ईस्वी में तोपखाना मुख्यालय को कलकत्ता से मेरठ लेकर लाया और सेना मुख्यालय को शिमला में स्थानांतरित किया।   
  • 1854 ईस्वी में लार्ड डलहौजी ने शिक्षा में  सुधार के लिए वुड डिस्पैंच( सर चार्ल्स वुड द्वारा बनाया सौ अनुच्छेदों का लम्बा पत्र) को लेकर आया। एंग्लो वर्नाकुलर स्कूल(अंग्रेजी और देसी भाषा में) सभी जिलों में खोलें गए वुड डिस्पैंच के कहने पर। 
  • इसके आलावा कलकत्ता, मद्रास, और मुंबई में विश्वविद्यालय खोले गए। 
  • 16 अप्रैल 1853 ईस्वी को बम्बई से थाणे के मध्य 34 km की भारत में पहली रेल की शुरुआत हुई। इस तरह लार्ड डलहौजी को रेलवे का जनक कहाजाता है। 
  • 1854 ईस्वी में पोस्ट आफिस की शुरुआत की। 
  • PWD(सार्वजनिक निर्माण विभाग) की शुरुआत की गई। 
  • 1853 ईस्वी में टेलीग्राम की शुरुआत की गई कलकत्ता से आगरा पहला टेलीग्राम(तार सेवा) थी। 
  • 1854 ईस्वी में भारतीय सिविल सेवा को प्रतियोगी परीक्षा कर दिया गया। अधिकारिओ की उम् सीमा 18 से 23 साल रखी गई. 
  • शिमला को ग्रीष्मकालीन राजधानी बना दिया गया। 
  • इन्ही सब क्रीयाकलापों के कारन लार्ड डलहौजी को आधुनिक भारत का जन्मदाता माना जाता है। 

नोट: इनके जाने के बाद भारतीयों का गुस्सा फूटने लगा था। कुछ ऐसे काम थे जिसे भारतीय लोग सम्हाल नहीं पा रहे थे, और इसीलिए 1857 ईस्वी की क्रांति का यह एक कारण बना। मानाजाय तो 1857 की क्रांति का मुख्य कारन लार्ड डलहौजी ही था। लेकिन इसका गुस्सा अगले गवर्नर जनरल लार्ड कैंनिग पर पड़ा।

लार्ड कैंनिग(1856 -1862)-

  • इसके समय में ही 1857 की क्रांति हुई थी। 
  • कंपनी द्वारा नियुक्त अंतिम गवर्नर जनरल था। क्योकि 1858 ईस्वी में GOI एक्ट के तहत कंपनी को भंग कर दिया गया और ब्रिटिश राज की शुरुआत हो गई और इस राज में केवल वायसराय को रखा गया। 
  • इस तरह लार्ड कैंनिग भारत में ब्रिटिश राज से नियुक्त प्रथम वायसराय भी थे।
  • इसके समय 1856 ईस्वी में इंडियन हाई कोर्ट एक्ट पारित हुआ जिसके द्वारा बंबई, कलकत्ता और मद्रास में एक -एक उच्च न्यायालय की स्थापना की गई 
  • 1856 ईस्वी मे  विधवा पुनर्विवाह एक्ट पारित किया गया। 
  • DOCTRINE OF LAPSE (व्यपगत का सिद्धांत) को समाप्त कर दिया गया। 
  • भारत शासन अधिनियम -1858 के तहत मुगल सम्राट के पद को समाप्त कर दिया गया। 
  • दंड संहिता (CPC Civil Procedure Code 1858) औरअपराध कानून संहिता  (CrPC  Criminal Procedure Code 1860) यह अंग्रेजो के कानून है जो आज तक है।
  • 1861 ईस्वी में इंडियन कौंसिअल एक्ट पारित  हुआ तथा पोर्टफोलियो -प्रणाली लागू की गई।  
OTHER पोस्ट्स-

☆  MUGAL KAAL








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