आधुनिक भारत का इतिहास मैजिकल पार्ट -1
Important facts during 1600-1857 ब्रिटिश कंपनी का साम्राज्य
पुर्तगाली एवं अंग्रेज
- 1498 ईस्वी मे पुर्तगाली वास्कोडिगामा कालीकट (केरल) जेमरीन हिन्दू राजा के यहाँ पहुचा था।
- 1510 ईस्वी मे पुर्तगालिओ ने बीजापुर(मराठा साम्राज्य के अधीन) से गोवा को जीत लिया।
- 1759 ईस्वी में वेदारा का युद्ध अंग्रेजो और डचो के बीच हुआ था।
- 31 दिसंबर 1600 ईस्वी मे BEIC ने चार्टर प्राप्त किया था, इसमे BEIC के 217 साझीदार थे।
- 1608 -1609 ईस्वी मे कैप्टन हॉकिंस राजा जेम्स -प्रथम का राजदूत बनकर जहाँगीर के दरबार में पहुंचा
- 1611 ईस्वी में अंग्रेजो ने अपनी प्रथम व्यापारिक कोठी पूर्वी क्षेत्र मसूलीपट्नम में बना ली थी।
- 1613 ईस्वी में अंग्रेजो ने अपनी प्रथम व्यापारिक कोठी पक्षिमी क्षेत्र सूरत(trading post) बना ली थी।
- 1615 ईस्वी में सर टॉमस रो जहांगीर के दरबार में राजदूत बनकर गया और इसने व्यापारिक छूट भी प्राप्त कर ली थी।
- 1639 ईस्वी में अंग्रेजो ने मद्रास को पट्टे पर के लीया था,और फोर्ट सेंट जॉर्ज किले का निर्माण 1644 ईस्वी में करवाया था।
- 1611 ईस्वी में पुर्तगाली राजकुमारी की शादी इंग्लैंड के राजकुमार चाल्र्स दूतीय से हुई, इससे मुंबई चाल्स के द्वारा अंग्रेजो को दहेज़ मे मिल गया था।
- 1698 ईस्वी में बंगाल के शासक से BEIC ने तीन गाँवो सुतनुती,कालीकट और गोविंदपुर कि जमींदारी ले लेतें है, फोर्ट विलियम नाम के का निर्माण कालीकट नामक स्थान पर करतें है।
- 20 जून 1757 ईस्वी को ब्लैक होल ट्रेजेडी हुई।
फ़्रांसिसी
- फ्रंसिसिओं ने 1668 ईस्वी में सूरत में ट्रेडिंग पोस्ट लगाई।
- 1674 ईस्वी में पांडुचेरी में अपनी ट्रेडिंग पोस्ट लगाई। पांडुचेरी के चार पार्ट थे। पांडुचेरी और कराईकल तमिलनाडु में, यनम आंध्रप्रदेश में और माहे केरल में पड़ते है।
कर्नाटिक (CARNATIK WAR) युद्ध -
- अंग्रेजो और फ्रंसिसिओं के बिच हुए युद्ध को कर्नाटिक युद्ध कहतें है। इनके बिच तीन युद्ध हुए।
- 1746-48 ईस्वी में इसे एला-शापल की संधि द्वारा समाप्त किया गया था।
- 1749-54 ईस्वी में इसे पांडिचेरी की संधि से समाप्त किया गया।
- 1756-63 ईस्वी में इसे पेरिश की संधि से समाप्त किया गया था।
- इन युद्धों में फ्रेंच गवर्नर का नाम डूप्ले था।
वांडीवाश का युद्ध -
- यह युद्ध 1760 ईस्वी में हुआ जिसमे फ़्रांन्सीसी हार गए थे। और अंग्रेजो की ताकत बडनेलगी थी।
No comments:
Post a Comment